Song of
Myself
कवि का कथन है कि वह अपने बारे में गाएगा| उसका विश्वास है कि मानव जाति से वह पूर्णत: एक हैं| इसलिए अपने बारे में गाकर वह सबके के बारे में गाएगा| उसे पूर्ण विश्वास है कि उसके विचार और आदर्श अन्य सबके मत व आदर्श भी हैं, और जो कुछ उसका है, वह सब का है| उसका कहना है कि जिन अणुओ से वह बना है उन्हीं से सब बने हैं| वह अपनी आत्मा को ग्रीष्म में घास के एक तिनके को देखने के लिए आमंत्रित करता है| वह अपना गूढ़ अनुभव सीधा प्राकृतिक से प्राप्त करना चाहता है| वह सब मत-मतांतरों को एक ओर हटाकर सीधे प्राकृतिक से संपर्क स्थापित करना चाहता है| उसके शरीर का हर परमाणु उसके देश की मिट्टी से बना है जहां वह बैठा वायु में सांस ले रहा है| उसके सभी पूर्वज उन्हीं तत्वों से बने थे| इसलिए वह प्राकृतिक का है| वह 37 वर्ष का हो गया है और पूर्णत: स्वस्थ है| उसे आशा है कि मृत्यु आने तक वह स्वस्थ ही रहेगा
यह कविता स्पष्ट रूप से कवि के प्रजातंत्र, समानता और विश्वव्यापक मानव भाईचारे में पूर्ण विश्वास को प्रकट करती है| समस्त सृष्टि में मूल एकता है|
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